उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में 15 जून 2025 की अल सुबह लगभग 5:20 बजे एक आर्यन एविएशन का हेलिकॉप्टर, जो केदारनाथ धाम से गुप्तकाशी जा रहा था, भगवान केदार की पवित्र वादियों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान पर पांच वयस्क, एक बच्चा (लगभग दो वर्ष का), और पायलट सवार थे। सभी सात लोग, जिनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तराखंड के नागरिक शामिल थे, की मौत हो गई |
परीस्थिती और बचाव कार्य: मौसम ख़राब होने के चलते हेलिकॉप्टर का घाटी से बाहर निकलने का प्रयास विफल रहा। दुर्घटना स्थल जंगल और ऊँची चट्टानों से घिरा, जिसके कारण SDRF‑NDRF‑स्थानीय पुलिस की टीमें पहुँचने में देरी का सामना कर रही हैं । बचाव दल अब तक मलबा साफ़ कर रहे हैं और शवों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण का निर्णय लिया गया है |
राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दुख व्यक्त करते हुए तुरंत कड़ी SOP तैयार कराने का आदेश दिया। एक तकनीकी समिति का गठन कर हेलीकॉप्टर सेवाओं की सेफ्टी समीक्षा शुरू कर दी गई है । इसके साथ ही, DGCA और UCADA ने चार धाम यात्रा के लिए हेली सेवा को अस्थायी रूप से रोकने की घोषणा की है |
पिछले घटनाक्रम: यह इस्ती स्थिति में चौथा या पाँचवा हेलिकॉप्टर हादसा है। मई और जून में चार धाम मार्ग पर पहले भी कई दुर्घटनाएँ हो चुकी हैं, जिनमें छह–सात यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है ।
विश्लेषण
इस दुखद आपदा ने कठिन भू‑भाग और अप्रत्याशित मौसम की वजह से चार धाम यात्रा में हवाई मार्ग पर भारी जोखिमों को उजागर किया है। प्रशासन की ओर से जारी SOP और तकनीकी comité की समीक्षा अब इस प्रकार के हादसों को न दोहराने पर केंद्रित होगी।